1980 के दशक में, ब्रिस्बेन के सबर्ब में पले-बढ़े एक लड़के को ज़िंदगी की कड़वी हकीकतों का सामना करना पड़ता है - और उन खतरों का भी, जो उसके परिवार पर मंडरा रहे हैं.
1980 के दशक में, ब्रिस्बेन के सबर्ब में पले-बढ़े एक लड़के को ज़िंदगी की कड़वी हकीकतों का सामना करना पड़ता है - और उन खतरों का भी, जो उसके परिवार पर मंडरा रहे हैं.